एसीबी कार्यालय में 27 दिसम्बर 2024 को पीड़ित ने शिकायत दी। जिसमें बताया कि पंचायत समिति सोजत की ग्राम पंचायत चंडावल स्टेशन के वीडीओ तकदीर सिंह चारण ने पुश्तैनी जमीन व बाड़ा के दो पट्टे बनाने की एवज में परिवादी से 30 हजार रुपए डीएलसी दर के अलावा 15 हजार रुपए रिश्वत मांगी गई। डिजिटल वाइस रिकॉर्डर में पुष्टि होने पर उसके खिलाफ एसीबी जयपुर ने केस दर्ज किया है।
परिवादी ने एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक को जोधपुर ग्रामीण में शिकायत पेश की थी। शिकायत में बताया कि चंडावल स्टेशन स्टेशन ग्राम पंचायत की आबादी क्षेत्र में उसका पुश्तैनी मकान एवं पूर्वजों का बाड़ा आया हुआ है। जिसका मेरे एवं मेरी पत्नी के नाम पट्टा बनाने का आवेदन 22 नवंबर 2024 को ग्राम पंचायत में किया हुआ है।
ग्राम पंचायत में पद स्थापित ग्राम विकास अधिकारी तकदीर सिंह चारण ने बताया कि आपके पास कब्जाशुदा भूमि अधिक है। इसलिए आपके दो पट्टे बनेंगे। इसकी लगभग 30 हजार डीएलसी और 11-11 हजार रुपए कुल 22 हजार रुपए दोनों पट्टों के वे खुद लेंगे। दोनों पट्टों के 50 हजार बनते हैं, 45 हजार रुपए दे देना। जानकारी में सामने आया कि प्रत्येक पट्टेधारी से वीडीओ वार्ता कर रिश्वत लेते हैं, जबकि पट्टे बनाने के लिए केवल 260 रुपए की रसीद ही कटवानी पड़ती है।
एसीबी जोधपुर ग्रामीण के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पारस सोनी ने कार्रवाई करते हुए 27 दिसंबर 2024 की दोपहर करीब एक बजे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक सिग्नल के पास नेशनल हाईवे सोजत पहुंचे। जहां पर परिवादी इनसे मिला। हस्तलिखित रिपोर्ट पेश कर बताया कि ग्राम विकास अधिकारी नियम अनुसार डीएलसी रेट के अलावा 15 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा है।
डिजिटल वाइस रिकार्डर में रिश्वत के संबंध में वीडीओ से हुई बातचीत को रिकॉर्ड किया गया। इसमें आरोपी ग्राम विकास अधिकारी तकदीरसिंह चारण नाम अनुसार पट्टा बनाने के लिए 30 हजार डीएलसी दर के अलावा 15 हजार रुपए अतिरिक्त रिश्वत के रूप में मांगने की पुष्टि हुई। इस पर वीडीओ तकदीरसिंह चारण पुत्र ओमसिंह चारण निवासी खराड़ी (जैतारण) जिला पाली हाल ग्राम विकास अधिकारी ग्राम पंचायत चंडावल स्टेशन सोजत सिटी के खिलाफ मामला दर्जकर जांच शुरू की।

