बिहार के पश्चिम चंपारण जिले में बदमाशों ने मनुआपुल ओपी क्षेत्र के दुबौलिया में मंगलवार की रात करीब 8.30 बजे धारदार हथियार से आरटीआई कार्यकर्ता हारुन मियां (55) की हत्या कर दी। हारुन चनपटिया के पुरैना गोसाई टोला के रहने वाले थे।
समाजिक सुधार के लिए कर रहे थे काम
सड़क किनारे शव देखकर गुजर रहे ग्रामीणों ने पुलिस को सुचना दी.
जेब से मिले आधार कार्ड से उनकी पहचान की गई। मनुआपुल थानाध्यक्ष मोहम्मद अलाउद्दीन ने बताया कि हारुन की हत्या धारदार हथियार से की गई है। उनके हाथ व गाल पर जख्म के कई निशान मिले हैं। शव को पोस्टमार्टम के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा गया है। हत्या के पीछे किस व्यकित की समेल है इसकी जाँच पुलिस कर रही हैं हारून मियां की आरटीआई के तहत वे सरकार की विभिन्न योजनाओं के अलावा भू -माफिया व शराब के धंधेबाजों को लेकर आवदेन दाखिल करते थे!
हारून मियां समाज सुधार के लिए भी काम कर रहे थे ! वे चनपटिया में जागरुकता सेनानी नामक संस्था का संचलान करते थे! वे न्यायालय में काम से अक्सर चनपटिया से बेतिया आते -जाते थे! मंगलवार की देर शाम दुबैलिया से गुजर रहे ग्रामीणों ने सड़क किनारे शव देख कर पुलिस को सुचना दी. सुचना मिलते ही घटना स्थल पर थानाध्यक्ष सहित पुलिस जवान घटनास्थल पर पहुंचे तो वहां खून पसरा हुया पाया !मृतक के हाथ व् गल पर जख्म के कई निशान थे! मृतक के जेब में आधार कार्ड मिला इसके आधार पर पुलिस ने उसकी पहचान किया! सूत्रों के हवाले से यह खबर भी पुलिस को मिला की कुछ आपराधिक लोगों ने हमला किया था, इसके पहले भी उनके पैर में फेक्चर हो गया था.
बिहार में आर.टी.आई कार्यकर्ता की हत्या की के बाद आरटीआई कार्य से जुड़े अनेक संस्था और व्यकितगत अनेक लोगो ने इसका खुला कर विरोध किया आने वाले कुछ दिनों में पुलिस जाँच में क्या रिपोर्ट आते हैं उसके बाद संस्था और व्यकितगत से जुड़े लोगों टीम आगे की कार्यवाही करेंगे.