एनजीटी में शिकायत और पैरवी करने पर शिकायतकर्ता के घर जाकर
जेडीए उपाध्यक्ष ने तोड़े सीसीटीवी कैमरे, दी जान से मारने की धमकी
झांसी। नरेन्द्र कुशवाहा (आरटीआई एवं सामाजिक कार्यकर्ता) ने एसएसपी को शिकायत पत्र देकर बताया कि झांसी महानगर के पर्यावरण को संतुलन बनाये रखने हेतु शासन द्वारा झाँसी महायोजना में प्रस्तावित नगर पार्क एवं लक्ष्मी तालाब की भूमि को जिला प्रशासन के अधिकारियों व झांसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और सचिव की मिलीभगत से भू-माफियाओं द्वारा आवासीय भूमि बताकर प्लाट बेचा एवं अवैध निर्माण किया जा रहा था।
जिसकी शिकायतें झांसी महानगर वासियों द्वारा शासन-प्रशासन व मा. राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण नई दिल्ली में की गई है, उक्त शिकायतों पर ओ.ए. संख्या 165/2021 गिरजा शंकर राय व एड. बी. एल. भास्कर व नरेन्द्र कुशवाहा व प्रदीप कुमार नामदेव बनाम उत्तर प्रदेश राज्य व अन्य एवं ओ.ए. संख्या 114/2021 नरेन्द्र कुशवाहा बनाम उत्तर प्रदेश राज्य दर्ज किये है। जिसमें मा. राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण द्वारा केंद्रीय व राज्य स्तर पर टीम गठित कर जांच व कार्यवाही हेतु आदेश पारित किए गए है।
जिसके कारण नगर पार्क की भूमि को आवासीय भूमि बताकर प्लाट बेचने व अवैध निर्माण करने वाले व्यक्ति और जिला प्रशासन के अधिकारियों व झांसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष और सचिव पैरवी कर रहे हम शिकायकर्ताओं से रंजिश मानने लगे है, आज दिनांक 13 मार्च 2022 को सुबह लगभग 11:30 बजे जब प्रार्थी व प्रार्थी के पिता व भाई घर पर नहीं थे, झांसी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष, सर्वेश कुमार दीक्षित और सचिव, त्रिभुवन विश्वकर्मा प्रार्थी के घर पर आये और प्रार्थी का नाम लेकर धमकी देने लगे और जेडीए उपाध्यक्ष, सर्वेश कुमार दीक्षित ने प्रार्थी के घर पर लगे सीसीटीवी कैमरे तोड़ दिये, जेडीए उपाध्यक्ष ने प्रार्थी को गंदी गंदी गालियां देकर और जान से मारने की धमकी देते हुए कहा एनजीटी में दायर किये गए केसों में पैरवी करना छोड़ दो वरना एनजीटी में पैरवी करने वालों को जान से मार दिया जाएगा। जेडीए उपाध्यक्ष ने गंदी गंदी गालियां देते हुए प्रार्थी के घर वालों से कहा कि नरेन्द्र कुशवाहा को अच्छे से समझा देना और हमसे मिलने को भेज देना वरना अंजाम भुगतने को तैयार रहें।
पूर्व में सुदीप कुमार दीक्षित उर्फ महाराज (जो सदर विधायक रवि शर्मा का खास व्यक्ति बताता है) ने प्रार्थी से कहा है कि मुझे विधायक जी अपना छोटा भाई मानते है, विधायक जी के कहने पर मैं अवैध निर्माण करने वाले व्यक्तियों से 30000/- तीस हजार रुपये निर्माण करने के और छत डालने के 50000/- हजार रुपये जेडीए सचिव को दिलाता हूं जेडीए सचिव इन रुपयों का हिस्सा उपाध्यक्ष सहित शासन प्रशासन में भेजते है। ताकि इन अवैध निर्माणों के विरुद्ध कार्यवाही न करने पड़े, जिसमें विधायक जी को और मुझे कमीशन मिलता है। प्लाट बेचने वाले व्यक्तियों से रुपया लेकर विधायक जी के द्वारा सरकारी योजनाओं के जरिए नाली, सड़क, बिजली, पानी के विकास कार्य सरकारी विभागों से कराये है। अभी हाल ही में सुदीप कुमार उर्फ महाराज और अर्जुन कुशवाहा ने मुझको धमकी देकर कहा कि जेडीए उपाध्यक्ष सर्वेश कुमार दीक्षित ने कहा है कि तुम लोगों को अपने निर्माण बचाने है तो विधायक जी से कहो कि एनजीटी में शिकायत और पैरवी कर रहे नरेन्द्र कुशवाहा को रोकें और अगर नहीं मानता है तो उसे जान से मरवा दो, तुम्हें जान से मारने के लिए विधायक जी के कहने पर मैने और अर्जुन कुशवाहा ने प्लाट बेचने और निर्माण करने वाले व्यक्तियों से दस लाख रुपया चंदा जोड़ा है, अगर तुमने एनजीटी में शिकायत और पैरवी करना बंद नहीं किया तो ये रुपया देकर विधायक जी द्वारा सुपारी दिलवाकर तुम्हें और तुम्हारे परिवार को जान से मरवा देंगे। नगर पार्क की भूमि को आवासीय भूमि बताकर प्लाट बेचने व अवैध निर्माण करने वाले व्यक्तियों के द्वारा मा. एनजीटी में शिकायत करने वाले हम शिकायतकर्ताओं को पैरवी करने से रोकने के लिए कई माध्यमों से परेशान किया जा रहा है और जान से मारने की धमकी दी जा रही है।
यह जानकारी नरेन्द्र कुशवाहा के माध्यम से मिली है जो संबंधित पत्राचार की सत्यापित कोपी सामेल है